सक्सेना परिवार रोबोनिल को पाकर बहुत खुश था क्योंकि रोबोनिल सक्सेना परिवार के घर के सारे घरेलू काम आसानी से कर दिया करता था। रोबोनिल ने सक्सेना परिवार के सभी लोगों के काम करने की पूरी जिम्मेदारी ले ली थी। वह सुबह-सुबह सभी लोगों का नाश्ता तैयार करता। यदि घर में कोई मेहमान आता तो वह घर का दरवाजा खोलता, उनका स्वागत करता। फिर वह घर के बच्चों को रोचक कहानियाँ सुनाता। बच्चों के स्कूल का होमवर्क करने में उनकी सहायता करता था। इसके अलावा वह सक्सेना जी के वर्ड प्रोसेसर पर काम करने में उनकी मदद करता। शाम को वह सक्सेना परिवार के कुत्ते को बाहर घुमाने ले जाता था। इस तरह घर उनसे सक्सेना परिवार के घरेलू नौकर साधोराम द्वारा किए जाने वाले सभी कार्यों को बेहद कुशलता से संभाल रखा। उसकी इसी कार्य-कुशलता के कारण सक्सेना परिवार रोबोनिल को पाकर बेहद खुश था।
‘रोबोट’ पाठ में रोबोनिल एक यंत्र मानव यानि रोबोट था। उसे सक्सेना परिवार में अपने घरेलू कामकाज के लिए कुछ दिनों के लिए रखा था क्योंकि सक्सेना परिवार का घरेलू नौकर ,साधोराम दुर्घटना के कारण घायल हो गया था और वह अस्पताल में भर्ती था। सक्सेना परिवार को घरेलू कामकाज के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, इसलिए उन्होंने रोबोनिल को थोड़े दिन अब तक के लिए काम पर रखा था, जब तक साधोराम ठीक होकर वापस काम पर नहीं आ जाता।