मानव शरीर का निर्माण पांच तत्वों से हुआ है। इन तत्वों के नाम हैं- अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी और आकाश हैं।
मानव इन्हीं पाँच तत्वों से मिला है। अनेक संत महात्माओं ने मानव शरीर के निर्माण के विषय में यही बातें कही हैं। भारतीय धर्म शास्त्रों में भी मानव को पंचभूत यानी पांच तत्वों से निर्मित बताया गया है। इसलिए मानव शरीर को पंचभूत शरीर कहा जाता है, यानी मानव का शरीर पाँच तत्वों से मिलकर बना है। इन सभी पाँच तत्वों में जब पृथ्वी तत्व का लोप हो जाता है तो वह मानव साधारण मानव नहीं था नहीं रहता और वह देव तुल्य बन जाता है।
इसी संबंध में कबीर भी तर्क देते हैं कि मानव शरीर पाँच तत्वों से मिलकर बना है। यही पाँच तत्व मानव को ईश्वर से मिलते हैं। हर जगह मानव एक है, इस बात को प्रदर्शित करते हैं। मानव किसी भी जाति, धर्म, पंथ, समुदाय का हो वह इन पाँच तत्वों से ही मिलकर बना है, इसलिए मानव-मानव में कोई भेद नहीं है।