‘कैदी और कोकिला’ पाठ मैं कैदी के रूप में कवि को अनेक तरह की यातनाओं का सामना करना पड़ता था।
जैसे…
- कैदी को अंधेरी कोठरी में जंजीर से बांधकर रखा जाता था। कोठरी बहुत छोटी होती थी, जहाँ पर
- कैदी आराम से अपने हाथ पैर तक नहीं फैला पाता था।
- उस कोठरी में अनेक कैदियों को एक साथ भर दिया जाता था।
- कैदी और अन्य साथी कैदी यदि रोते भी थे तो उनका रोना भी गुनाह माना जाता था। कैदी के रोने पर उसकी पिटाई की जाती थी।
- कैदी को कोल्हू में बैल की तरह चलाया जाता था और उससे अथक परिश्रम करवाया जाता था। कैदी को काम करने की स्थिति में कोड़ों से भी मारा जाता था।
- कैदी को भरपेट भोजन भी नही दिया जाता था।
- इस तरह अंग्रेज सरकार द्वारा कैदी (कवि) को अनेक तरह की भीषण यातनाओं का सामना करना पड़ा था।
संदर्भ पाठ : कैदी और कोकिला’ कवि- माखनलाल चतुर्वेदी (कक्षा – 9 पाठ – 12, हिंदी, क्षितिज)