गिरिधर – गिरि को धारण करने वाला अर्थात श्री कृष्ण में समास को पहचानते हैं…
गिरि को धारण करने वाले अर्थात भगवान श्री कृष्ण : कर्मधारण्य समास
स्पष्टीकरण :
गिरि को धारण करने वाले में ‘कर्मधारण्य समास’ है।
कर्मधारय समास की परिभाषा के अनुसार कर्मधारय समास में पहला पद एक विशेषण का कार्य करता है तथा दूसरा पद उसका विशेष्य होता है।
कर्मधारय समास में पहला पद उपमान तथा दूसरा पर विशेष्य का कार्य करता है।
कर्मधारण्य समास के उदाहरण :
तपोवन : तपस्या रूपी धन
कलहप्रिय : कलह है प्रिय जिसको
मक्खीचूस : मक्खी को चूसने वाला
प्रधानमंत्री – प्रधान है जो मंत्री