‘शिमला‘ शब्द में सीधे तौर पर समास नहीं होगा, लेकिन जिस शब्द से ‘शिमला‘ शब्द की उत्पत्ति हुई है, उसका समास इस प्रकार होगा :
शिमला’ शब्द ‘श्यामला’ शब्द से उत्पन्न हुआ है, शिमला ‘श्यामला’ का अपभ्रंश रूप है।
‘श्यामला‘ का समास विग्रह इस प्रकार है :
श्यामला : नीला घर अथवा नीला घर है जो
समास का भेद : कर्मधारण्य समास
स्पष्टीकरण
‘कर्मधारय समास’ में दोनों पदों में पहला पद एक विशेषण का कार्य करता है और दूसरा पद विशेष्य से होता है अर्थात पूर्व पद उपमान का कार्य करता है और उत्तर पद उपमेय का कार्य करता है। शिमला के मूल अर्थ श्यामला के समास विग्रह में ‘नीला’ एक विशेषण यानी उपमान है तथा ‘घर’ एक विशेष्य यानी उपमेय है। इसलिए शिमला अथवा श्यामला में ‘कर्मधारण्य’ समास होगा।
कर्मधारण्य समास क्या है?
‘कर्मधारण्य समास’ की परिभाषा के अनुसार समास का वह रूप जिसमें दोनों पद में पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य से होता है और दोनों पदों में उपमान एवं उपमेय का संबंध होता है, वहाँ कर्मधारण्य समास होता है।
कर्मधारय समास के कुछ अन्य उदाहरण :
नीलकमल : नीला है जो कमल अथवा नीला कमल
पीतांबर : पीला है जो अंबर (पीला वस्त्र।
महात्मा : महान है जो आत्मा (महान आत्मा)
देहलता : देह रूपी लता
समास से तात्पर्य दो या दो से अधिक शब्दों के मेल से बने विशेष शब्द से होता है। समास के 6 भेद होते हैं, जो कि इस प्रकार हैं :
- अव्ययीभावसमास
- तत्पुरुषसमास
- कर्मधारयसमास
- बहुव्रीहितसमास
- द्वंद्वसमास
- द्विगुसमास