‘दया की दृष्ट सदा ही रखना’ यह पंक्ति ईश्वर की प्रार्थना की पंक्ति हैं। इस पंक्ति में एक बालक ईश्वर से यह प्रार्थना कर रहा है कि ईश्वर उस पर अपनी दया की दृष्टि रखें इसका अर्थ है कि ईश्वर उसका ध्यान रखें। ईश्वर उसकी देखभाल करते रहें। सभी बालकों को किसी भी संकट से बचाएं। संकटों से जूझने की शक्ति प्रदान करें। दया की दृष्टि रखने का तात्पर्य ईश्वर से ये अपेक्षा करना होता है कि वह अपने भक्तों अपने अनुयायियों का ध्यान रखें।
ये प्रार्थना रूपी गीत एक हिंदी फिल्म ‘मैं चुप रहूंगी’ का गीत है। उपरोक्त पंक्ति उसी गीत की पंक्ति है।
पूरा गीत इस प्रकार है…
तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।
तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥
तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।
तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥तुम ही हो साथी, तुम ही सहारे ।
कोई ना अपना सिवा तुम्हारे ॥
तुम ही हो साथी, तुम ही सहारे ।
कोई ना अपना सिवा तुम्हारे ॥तुम ही हो नईया, तुम ही खिवईया ।
तुम ही हो बंधू, सखा तुम ही हो ॥तुम ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।
तुम ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥जो खिल सके ना वो फूल हम हैं ।
तुम्हारे चरणों की धूल हम हैं ॥
जो खिल सके ना वो फूल हम हैं ।
तुम्हारे चरणों की धूल हम हैं ॥दया की दृष्टि, सदा ही रखना ।
तुम ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।
तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥
तुम्ही हो माता, पिता तुम्ही हो ।
तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो ॥