सही विकल्प है 2. चित्तरंजन दास |
विस्तृत विवरण :
1923 में स्वराज पार्टी बनाने के लिए मोतीलाल नेहरू के साथ पार्टी की स्थापना चितरंजन दास ने की थी, जो कांग्रेस पार्टी के एक प्रमुख नेता थे। स्वराज पार्टी की स्थापना 1 जनवरी 1923 को मोतीलाल नेहरू और देशबंधु चितरंजन दास ने मिलकर की थी। इस दल की स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारत की स्वाधीनता पाने के लिए कार्य करना तथा अधिक से अधिक स्व-शासन वाला कार्य करना था। इस पार्टी की स्थापना में जनवरी 1923 में इलाहाबाद में चितरंजन दास, मोतीलाल नेहरू, नरसिंह चिंतामणि केलकर और विट्ठलभाई पटेल ने मिलकर की थी। उस समय इस पार्टी का नाम ‘कांग्रेस-खिलाफत स्वराज पार्टी’ रखा गया था। बाद में इसका नाम स्वराज पार्टी कर दिया गया।
पार्टी का पहला अधिवेशन मार्च 1923 में इलाहाबाद में ही हुआ था। अधिवेशन में अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए अनेक तरह के लक्ष्य रखे गए थे। स्वराज पार्टी अधिक सफल नहीं हो पाई। 1925 में चित्तरंजन दास की मृत्यु हो गई और यह संगठन धीरे-धीरे कमजोर पड़ता गया।