वियना की संधि
वियना की संधि ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में यूरोपीय राष्ट्रों के बीच की गई एक संदेश थी, जो 1815 ईस्वी में ब्रिटेन, रूस, प्रशा एवं ऑस्ट्रेलिया जैसी तत्कालीन यूरोपीय शक्तिशाली राष्ट्रों के बीच की गई थी, जिन्होंने उस समय ने नेपोलियन को हराया था। इस संधि का मुख्य उद्देश्य यूरोप के लिए एक समन्वित समझौता तैयार करना था।
यह संधि ऑस्ट्रिया के राजधानी वियना में वियना कांग्रेस नाम से आयोजित सम्मेलन में की गई थी. इस सम्मेलन की अध्यक्षता ऑस्ट्रिया के चांसलर मेटरनिख ने की थी। यह संधि 1815 ईस्वी में की गई। इस सम्मेलन में भाग लेने वाले समस्त देशों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए थे।
इस संधि को ही ‘वियना संधि’ के नाम से जाना जाता है। इस संधि का मुख्य उद्देश्य के लिए संबंधित विकास समझौता तैयार करना तथा उन सभी बदलावों को खत्म करना था जो नेपोलियन के साथ युद्ध करते समय किए गए थे। नेपोलियन ने यूरोप का नक्शा बदल कर रख दिया था फिर पुनर्स्थापित करना इस संधि का मुख्य उद्देश्य था।
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