संवाद लेखन
पेन और कॉपी का संवाद
पेन ⦂ कॉपी ! क्या मेरा तुम पर घिसे जाना तुम्हें अच्छा लगता है।
कॉपी ⦂ पेन ! जब तुम्हारे द्वारा छात्र मुझ पर सुंदर-सुंदर शब्द लिखते हैं तो मुझे बहुत खुशी होती है।
पेन ⦂ कॉपी ! मैं इतना छोटा हूँ और तुम इतनी बड़ी हो फिर भी मैं तुम्हें रंग देता हूँ।
कॉपी ⦂ तुम्हारे रंगने से ही मेरी शोभा बढ़ती है। मैं लोगों के लिए अधिक उपयोगी हो जाती हूँ। मैं तुम्हारी आभारी हूँ।
पेन ⦂ ऐसा मत बोलो, तुम्हारे बिना मेरी भी कोई वजूद नहीं है।
कॉपी ⦂ पेन ! पर मुझे तुमसे सिर्फ एक ही शिकायत है।
पेन ⦂ वह क्या है ? मुझे बताओ मैं उसे दूर करने की पूरी कोशिश करूंगा।
कॉपी ⦂ मुझे तो तुम पर गर्व है क्योंकि तुम्हारे बिना मेरा होना ही अधूरा है। तुम्हारे बिना मेरी कोई उपयोगिता नहीं है।
पेन ⦂ कॉपी ! तुम मुझे बहुत मान दे रही हो। सच पूछो तो हम दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे हैं।
कॉपी ⦂ कभी-कभी तुम बहुत गंदा लेख लिखते हो जिससे मेरा आकर्षण खत्म हो जाता है।
पेन ⦂ अच्छा , मैं आगे से इस ध्यान रखूंगा और नियमित सुलेख द्वारा अपना लेख सुधारने का प्रयास करूंगा।
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