अनौपचारिक पत्र
नानाजी को पत्र
दिनांक : 4/10/2023
मकान न. 24, ग्रीन पार्क कॉलोनी ,
खलिनी, शिमला-171002 ,
पूजनीय नाना जी,
चरण स्पर्श
आशा करता हूँ कि आप सब गाँव में स्वस्थ होंगे। हम भी यहाँ पर कुशल से हैं। नाना जी, इस बार हमने दशहरा बहुत ही धूम-धाम से मनाया। माता और पिता जी ने तो सात दिन का उपवास रखा हुआ था और अष्टमी को हमारे घर में कन्यायों का पूजन भी किया गया। माँ ने हलवा और पूरी का प्रसाद बनाया था।
मैंने इस बार कॉलोनी में प्रदर्शित रामलीला में भी भाग लिया और लक्ष्मण का किरदार निभाया। सभी ने मेरे अभिनय के बहुत प्रशंसा की और मैंने रामलीला के माध्यम से प्रभु श्रीराम के जीवन बारे में बहुत कुछ जाना। इस बार हमारी कॉलोनी के साथ के मैदान में दशहरे के दिन एक भव्य मेले का भी आयोजन किया गया था। वहाँ पर दिन भर मैंने और दीदी ने कई तरह के खेलों में भाग लिया और कई तरह के पकवानों का आनंद लिया। शाम को रावण का विशाल पुतला भी जलाया गया।
नाना जी, रावण का पुतला बहुत बड़ा बनाया गया था और सैंकड़ों लोग इस रावण दहन को देखने आए थे। मैंने इस त्योहार को बहुत हर्शौल्लास से मनाया और यह भी समझा कि बुराई पर अच्छाई की सदा जीत होती है।
अब सर्दियों की छुट्टियाँ होने वाली हैं और हम जल्द ही आपके पास आ जाएंगे। कृपया आप अपनी सेहत का ध्यान रखना। बाकी यहाँ सब ठीक है और आपके स्वस्थ रहने की कामना करता हूँ।
आपका प्यारा,
ऑरिंदम ।