समूह और समाहार में क्या अंतर है?

आइए समूह और समाहार में अंतर को हम समझते हैं

समाहार का अर्थ होता है, संग्रह करना, जबकि समूह का अर्थ होता है, बहुत से तत्वों की संख्या।

दो या दो से अधिक वस्तुओं आदि का संग्रह करना या उन्हें मिलाकार एक करना ‘समाहार’ कहलाता है। इसके विपरीत दो या दो से अधिक व्यक्ति वस्तुओं अथवा किसी भी तत्व की संख्या को ‘समूह’ कहते हैं।

समाहार और समूह ये दोनों शब्द  दो या दो से अधिक व्यक्ति, वस्तु आदि संदर्भ में प्रयुक्त किए जाते हैं, लेकिन दोनों में मुख्य अंतर यह है कि समाहार सीधे तौर पर संग्रह शब्द से जुड़ा हुआ है, जबकि समूह संग्रह शब्द से नहीं जुड़ा हुआ है।

जब दो या दो से अधिक व्यक्ति, वस्तु अथवा किसी भी तत्व का संग्रह किया जाता है, उन्हें मिलाकर एकाकार किया जाता है तो वह समाहार कहलाता है, जबकि समूह में संग्रह नहीं किया जाता।

समूह दो या दो से अधिक व्यक्ति, वस्तु अथवा अन्य किसी तत्व के आपस में स्वत ही जुड़ने की प्रक्रिया है। समाहार मे जिन तत्वों का समाहार किया जाता है तो उसमें उनका अपना स्वतंत्र अस्तित्व समाप्त हो जाता है। समाहार अनेक तत्वों को एकाकार करने की प्रक्रिया है।

समूह के साथ ऐसा नही है। समूह की प्रक्रिया स्वत संपन्न हो जाती है। जब दो या दो से अधिक व्यक्ति, वस्तु या अन्य कोई तत्व आपस में जुड़ जाते हैं, तो वह समूह बन जाते है। उसके बावजूद उन सभी तत्वों का स्वतंत्र अस्तितत्व तो रहता ही है।

समाहार का प्रयोग, बहुत बड़ी संख्या या व्यापक अर्थ में नही किया जाता है। जबकि समूह का अर्थ संख्या की दृष्टि से व्यापक है। ये पाँच से लेकर पाँच लाख तक हो सकता है। इसके विपरीत समाहार में संख्या की दृष्टि से अधिक व्यापकता नहीं है।

संक्षेप में कहें तो समाहार की प्रक्रिया की जाती है जबकि समूह की प्रक्रिया अपने आप होती है। जब किसी व्यक्ति, वस्तु आदि की संख्या दो या दो से अधिक हो जाती है, तो वह समूह बन जाता है जबकि समाहार की प्रक्रिया में वह संख्या बनानी पड़ती है।

समाहार स्थायी और दीर्घकालीन होता है, जबकि समूह अस्थायी और अल्पकालीन होता है।

जैसे,

7 दिनों का समाहार यानि सप्ताह।

सप्ताह होने की प्रक्रिया स्थायी है। ये एक दीर्घकालीन अवधि अथवा हमेशा के लिए होता है। सप्ताह की प्रक्रिया सभी समाप्त नहीं होने वाली है। इसलिए ये स्थायी है।

7 लोगों का समूह

समूह एक अस्थायी प्रक्रिया है क्योंकि 7 लोगों का समूह बहुत दिनो तक समूह के रूप मे नही रहने वाला बल्कि जिस कार्य के लिए वह जमा हुए वो सम्पन्न होते ही वह समूह टूट जाएगा। इस कारण ये अस्थायी है।

इस तरह हमने जाना कि समाहार और समूह मे क्या अंतर है? समाहार की प्रक्रिया करवाई जाती है जबकि समूह की प्रक्रिया स्वतः ही हो जाती है।


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