विचार/अभिमत
क्या डिजिटल तकनीक कुछ हैकर्स के हाथों का खिलौना बनकर रह गई है?
डिजिटल तकनीक कुछ हैकर्स के हाथों का खिलौना बनकर रह गई है, इस कथन से पूरी तरह सहमत नहीं हुआ जा सकता है। आज डिजिटल तकनीक का उपयोग हर कोई कर रहा है, चाहे वह गलत तरीके से हैकर्स उसका उपयोग कर रहे हों अथवा सही और लीगल तरीके से सामान्य-जन उसका उपयोग कर रहे हों।
यह अवश्य कहा जा सकता है कि जैसे-जैसे डिजिटल तकनीक अधिक लोकप्रिय होती जा रही है और लोगों के दैनिक जीवन का एक जरूरी हिस्सा बनती जा रही है, वैसे-वैसे इस तकनीक में गलत लोगों का प्रवेश भी हो रहा है, जो डिजिटल तकनीक के माध्यम से अपने गलत कार्य और उद्देश्यों को अंजाम दे रहे हैं। आज इंटरनेट पर तमाम तरह के फ्रॉड की भरमार है। मोबाइल पर स्पैम कॉल से लेकर स्पैम मैसेज, स्पैम ईमेल, एआई के माध्यम से गलत इमेज अथवा वीडियो बनाना, किसी प्रसिद्ध व्यक्ति के फोटो का उपयोग करके एआई के माध्यम से उसे मॉर्फ करके गलत इमेज अथवा वीडियो बनाना, फोटोशॉप के माध्यम से फेक इमेज बनाना, स्पैम मैसेज अथवा इसमें स्पैम ईमेल बेजकर लोगों के बैंक अकाउंट को हैक करना अथवा जाने-माने व्यक्ति या प्लेटफार्म के नाम पर फेक आईडी बनाकर लोगों से ठगी करना आदि अनेक बातें हैं, जिन्हें हैकर्स अंजाम दे रहे हैं।
यह हमारे आज के डिजिटल युग में एक चिंता का विषय है और इससे निपटने के लिए अनेक तरह के प्रयास किया जा रहे हैं। आज के डिजिटल जगत में हैकर्स की भरमार हो गई है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता और डिजिटल जगत में इंटरनेट पर सर्फिंग-ब्राउजिंग करते समय बेहद सावधान रहने की आवश्यकता हो गई है, इस बात में भी कोई संदेह नहीं है, लेकिन डिजिटल तकनीक केवल हैकर्स के हाथों का खिलौना ही बन गई है, ऐसा पूरी तरह सत्य नहीं है। डिजिटल तकनीक में अच्छे-बुरे दोनों तरह के लोग हैं।
जहां एक ओर हैकर्स गलत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सही लोग उनके गलत कार्यों को रोक लगाने के लिए तमाम तरह के प्रयास कर रहे हैं। आम आदमी अपने सही कार्य भी डिजिटल तकनीक के माध्यम से संपन्न कर रहा है। आम आदमी आज अपने अनेक जीवन के कार्यों के लिए डिजिटल तकनीक पर आश्रित हो गया है, और वो इसका पूरा लाभ उठा रहा है, इस बात से भी इनकार नही किया जा सकता है। रही हैकर्स की बात तो धीरे-धीरे डिजिटल तकनीक में इतना अधिक विकास होता जाएगा कि हैकर्स द्वारा उनके गलत कार्यों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सकेगा। डिजिटल जगत में अनेक प्लेटफार्म और डिवाइस आदि हैकर्स प्रूफ होने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस बारे में लगातार प्रयास जारी हैं।
निष्कर्ष
हमें बड़े ही थोड़े समय के लिए लग रहा हो कि डिजिटल तभी केवल हैकर्स के हाथ का खिलौना बन गई है, लेकिन इससे निपटने के उपाय भी बनाए जा रहे हैं और आगे भविष्य में डिजिटल तकनीक हैकर्स के हाथों का खिलौना नही बन पाएगी।
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