हिंदी संवाद लेखन
नवरात्रि के उपलक्ष्य में गरबा खेलने जाने वाले मित्रों के बीच संवाद
गणेश : – कैसे हो गोपाल ? तुम्हें नवरात्रि मुबारक हो ।
गोपाल :- मैं ठीक हूँ, तुम्हे भी नवरात्रि मुबारक हो ।
गणेश :– गोपाल, आज तुम इतना बन-ठन कर कहाँ जा रहे हो? क्या तुम भी आज राधा के घर गरबा खेलने जा रहे हो ?
गोपाल :- बिल्कुल सही कहा तुमने, मुझे गरबा खेलना बहुत पसन्द है।
गणेश :– तो फिर चलो साथ में चलते हैं , क्योंकि मुझे भी गरबा खेलना पसन्द है ।
गणेश :– गोपाल, क्या तुम जानते हो कि नवरात्रि क्यों मनाई जाती है ?
गोपाल :- हाँ, नवरात्रि धर्म की अधर्म पर और सत्य की असत्य पर जीत का प्रतीक है ।
गणेश :- हाँ गोपाल तुमने बिल्कुल सही कहा। मेरी दादी माँ ने कहती है कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इन नौ दिनों में माँ दुर्गा धरती पर आती है । उनके आने की खुशी में इन दिनों को देशभर में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है ।