निबंध
समाचार पत्रों का महत्व
समाचार पत्रों का महत्व
समाचार पत्रों का महत्व आज किसी से छिपा नही है। पत्राकारिता का लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है और समाचार पत्र उसी का एक सबसे मजबूत आधार है। समाचा पत्र समाज में क्रांति लाने का कार्य करते हैं, ये बात भारत की स्वाधीनता संग्राम के समय से सिद्ध हो चुकी है।
भूमिका
मनुष्य एक चेतनशील एवं बुद्धिजीवी प्राणी है । अपने आस-पास , मित्रों , सगे-संबंधियों एवं देश-विदेश में होने वाली घटनाओं के बारे में विस्तार से जानने के लिए स्वयं लालायित रहता है । बात करें तो, दूरदर्शन एवं रेडियो के माध्यम से भी वह देश-विदेश के सभी प्रकार के समाचारों से अपनी उत्सुकता शांत कर सकता है परंतु समाचारों को बारीकी एवं विस्तृत रूप केवल समाचार-पत्र ही दे सकते हैं । समाचार पत्र समाचार जानने का एक सर्वसुलभ एवं सस्ता साधन है । यही कारण है कि प्रातः उठते ही जब तक समाचार पत्र पर एक दृष्टि ना डाली जाए तब तक मन शांत ही नहीं होता ।
आरंभ
समाचार पत्र का प्रारंभ सातवीं शताब्दी में चीन में हुआ था । इसका नाम ‘पैकिंग गजट’ तथा भारतवर्ष में सर्वप्रथम 20 जनवरी सन् 1780 ई. को ‘बंगाल गजट’ के नाम से समाचार पत्र प्रकाशित किया गया था । आज भारत – वर्ष में प्रत्येक भाषा में प्रकाशित समाचार पत्र उपलब्ध है । समाचार पत्र आज समूचे विश्व में लोकप्रिय है । यद्यपि अन्य आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों के माध्यम से भी समाचार पत्र प्राप्त किए जा सकते है, परंतु समाचार पत्र का स्थान कोई नहीं ले सकता । इसलिए इसका प्रकाशन दिन-प्रतिदिन फैलता जा रहा है ।
समाचार पत्र के प्रकार
समाचार अपने विषय के अनुरूप विभिन्न प्रकार के दिखाई पड़ते हैं – दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, त्रैमासिक तथा अर्द्धवार्षिक आदि । आजकल कुछ समाचार – पत्र संध्याकाल में भी प्रकाशित होने लगे हैं । भारत वर्ष में दैनिक प्रकाशित होने वाले समाचार – पत्रों में प्रत्येक भाषा में नव भारत टाइम्स, हिंदुस्तान, दैनिक जागरण, जनसत्ता, दैनिक भास्कर, वीर अर्जुन, मिलाप , पंजाब केसरी तथा दैनिक ट्रिब्यून आदि चपटे हैं । दैनिक समाचार – पत्र सामान्य जनता में अधिक लोकप्रिय है ।
सामग्री
समाचार पत्रों में विभिन्न प्रकार की सामग्री उपलब्ध होती है । देश – विदेश के मुख्य समाचारों को समाचार पत्र के मुख्य – पृष्ठ पर छापा जाता है । समाचार पत्रों में व्यापारिक वस्तुओं के मूल्यों, राजनीतिक घात – प्रतिघात, वैज्ञानिक आविष्कारों, खेल-कूद के निर्णयों को भी विशेष स्थान दिया जाता है । समाचार पत्रों का संकलन दिन-रात चलता रहता है। बड़े-बड़े समाचार पत्रों के संवादता देश-विदेश में नियुक्त होते हैं। कम्पोजीटरों से लेकर संपादकों तक का काम बंटा रहता है।
लाभ
समाचार पत्रों के अनेक लाभ हैं । आज के युग में इनकी उपयोगिता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । जीवन के विभिन्न दृष्टि कोणों, विचारधाराओं का सार इनमें हमें प्रतिदिन पढ़ने को मिलता है । समाचार पत्र जन साधारण में राष्ट्रीय जागरण तथा सामाजिक चेतना उत्पन्न करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । आज विश्व में अधिकांश देशों में प्रजातान्त्रिक सरकारें हैं । समाचार पत्र एक ओर सरकार के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करते हैं तो दूसरे ओर जन भावनाओं को व्यक्त करते हैं | इन्हीं के द्वारा जनता के विचार सरकार तक पहुंचते हैं तथा सरकारी नीतियाँ जनता तक पहुँचती है ।
मानसिक विकास
समाचार–पत्रों से पाठकों का मानसिक विकास होता है । उनकी जिज्ञासा शांत होती है तथा ज्ञान में वृद्धि होती है । व्यापारियों के लिए समाचार – पत्र विशेष रूप से लाभदायक है । वह विज्ञापन द्वारा वस्तुओं की बिक्री में वृद्धि कर सकते हैं । समाचार – पत्रों में रिक्त स्थानों की सूचना , सिनेमा जगत के समाचार , खोया – पाया , वैवाहिक विज्ञापनों का विशेष स्थान है । क्रीडा जगत की उपलब्धियों , परीक्षाओं के परिणाम, वस्तुओं के भाव आदि भी समाचार – पत्रों द्वारा अर्जित किए जा सकते हैं । कुछ समाचार – पत्र अपने विशेषांक निकलते हैं जो अत्यंत महत्वपूर्ण और आवश्यक होते हैं ।
समाज में परिवर्तन
समाचार पत्र जनमत तैयार करने का आसान साधन है । इसमें प्रकाशित समाचार अग्रलेख, संपादकीय टिप्पणियाँ जनता की विचार धारा को मोड़ने एवं उनके दृष्टिकोण को बदलने में प्रमुख भूमिका अदा करते हैं । सामाजिक बुराइयों, धार्मिक प्रपंचों की पोल खोलने, कुरीतियों एवं कुप्रथाओं के बचाव में समाचार – पत्रों का महत्वपूर्ण योगदान है । वर्तमान युग में निवेदित लेखकों , कवि कवयित्रियों को प्रकाशन में लाने का श्रेय भी समाचार पत्रों को ही जाता है । अनेक लेखों के माध्यम से कोई विशेष लेखक जनता का चहेता बन बैठता है । इसके अतिरिक्त समाचार पत्र लाखों व्यक्तियों को रोजगार देता है ।
मनोरंजन
समाचार पत्रों से मनोरंजन भी होता है । आज शायद ही कोई समाचार पत्र होगा जिसमें प्रतिदिन कविताएं, चुटकुले, संस्मरण, कार्टून या प्रतियोगिताएं न छपती हो | छोटे तथा बड़े सभी इन स्तंभों को पढ़कर मनोरंजन करते है तथा अपने ज्ञान में वृद्धि करते हैं । अतः वर्तमान युग में समाचार – पत्र की अत्यंत उपयोगिता है ।
उपसंहार
समाचार पत्र हम सभी के जीवन में बहुत महत्व रखते है । समाचार पत्रों के सहारे हम दुनिया की खबरों से जुड़े रहते है । समाचार पत्र हमें देश-विदेश से जोड़ कर रखते है । हमें समाचार पत्र क महत्व को समझना चाहिए । समाचार पत्र हमें खबरों के साथ हमारे ज्ञान को बढ़ाता है। हमारी भाषा को सुधरता है । समाचार पत्र पढ़ने से शब्दकोश का ज्ञान होता है । हम सब के जीवन समाचार पत्रों का बहुत महत्व है।