कौन देश में मच्छर जरा भी नहीं पाए जाते, आइए ये जानते हैं।
मच्छर – एक छोटा सा कीट जो दुनिया भर में लोगों को परेशान करता है। इन छोटे जीवों का अस्तित्व लाखों वर्षों से है, और वे न केवल हमारी नींद खराब करते हैं बल्कि कई खतरनाक बीमारियों के वाहक भी हैं। हर साल लगभग 10 लाख लोग मच्छर जनित बीमारियों से अपनी जान गंवा देते हैं। यह आंकड़ा इतना भयावह है कि मच्छरों को मानव प्रजाति के लिए सबसे खतरनाक कीट माना जाता है।
ऐसे में जब हम किसी ऐसे देश के बारे में सुनते हैं जहां एक भी मच्छर नहीं पाया जाता, तो यह सुनकर हैरानी होना स्वाभाविक है।
कई वर्षों तक यह माना जाता था कि फ्रांस एक ऐसा देश है जहां मच्छर नहीं पाए जाते। यह बात हमने अपने बचपन में पत्रिकाओं या अखबारों आदि के माध्यम से पढ़ी थी। लेकिन यह एक मिथक साबित हुई। फ्रांस में भी मच्छर पाए जाते हैं, हालांकि उनकी संख्या अन्य देशों की तुलना में कम हो सकती है।
तो क्या वाकई में कोई ऐसा देश है जहाँ एक भी मच्छर नहीं पाया जाता?
जी हाँ, ऐसा देश मौजूद है, जहाँ एक भी मच्छर नहीं पाया जाताहै, और उस देश का नाम है,
आइसलैंड
आइसलैंड, उत्तरी गोलार्ध में स्थित एक द्वीपीय देश है, जो उत्तरी ध्रुव के नजदीक है। आइसलैंड की जलवायु और भौगोलिक स्थिति इसे मच्छरों से मुक्त बनाती है।
आइसलैंड की जलवायु अत्यंत ठंडी है। यहां अधिकतर समय बर्फ ही पड़ती रहती है। मच्छरों को अपने जीवन चक्र को पूरा करने के लिए गर्म और नम वातावरण की आवश्यकता होती है। आइसलैंड की ठंडी जलवायु मच्छरों के लार्वा के विकास के लिए अनुकूल नहीं है। इसके अलावा, आइसलैंड की मिट्टी की संरचना भी ऐसी है जो मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त नहीं है।
यह ध्यान देने योग्य है कि आइसलैंड के आस-पास के देश जैसे डेनमार्क, नॉर्वे और स्कॉटलैंड में मच्छर पाए जाते हैं, हालांकि ये देश भी काफी ठंडे हैं। लेकिन आइसलैंड की विशिष्ट जलवायु और भूगोल इसे मच्छरों से मुक्त बनाते हैं।
आइसलैंड में न केवल मच्छर, बल्कि कई अन्य प्रकार के कीड़े भी नहीं पाए जाते। यह इस देश को एक अनोखा पारिस्थितिक तंत्र प्रदान करता है। यहां के निवासी और पर्यटक मच्छरों के डंक और उनसे होने वाली बीमारियों से मुक्त रहते हैं।
निष्कर्षतः, जबकि दुनिया के अधिकांश हिस्से मच्छरों से जूझ रहे हैं, आइसलैंड एक ऐसा अद्वितीय स्थान है जहां इन परेशान करने वाले कीटों का अस्तित्व नहीं है। यह न केवल एक रोचक तथ्य है, बल्कि यह हमें प्रकृति की विविधता और जलवायु के प्रभाव के बारे में भी सोचने पर मजबूर करता है।
आइसलैंड का यह विशेष गुण इसे न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र है, बल्कि वैज्ञानिकों के लिए भी ये एक कौतूहल की का विषय है, और वह लगातार इस विषय में शोध कर रहे हैं कि इस देश की जलवायु और मिट्टी में ऐसा क्या है जो मच्छरों के प्रतिकूल है।
Related questions
भारत में करेंसी नोट की छपाई और सिक्कों की ढलाई कहाँ होती है?