माइक्रोवेब टॉवर अधिक ऊंचाई पर इसलिए लगाए जाते हैं, क्योंकि माइक्रोवेव टॉवर के माध्यम से जो माइक्रोवेब यानी माइक्रोवेब प्रसारित की जाती हैं, वह अपनी प्रकृति में सीधी रेखा में चलती है। टॉवरर अधिक ऊंचाई पर लगाने से इनके मार्ग में इमारत, पहाड़ आदि के रूप में कोई बाधा नहीं आती और यह सरलता से संचारित होती रहती हैं। यदि इन तरंगों के मार्ग में इमारतव या पड़ाड़ या अन्य कोई भौतिक के रूप में कोई बाधा आ जाए तो यह तिरंगे उसे पार नहीं कर सकती। इसीलिए तरंगों प्रेषट यानी ट्रांसमीटर एवं प्रात्तकरा यानी रिसीवर एक सीधी रेखा में संचारित हैं, बिना किसी बाधा के संचरण करें। इसलिए माइक्रेवेबस टावर ऊँचाई पर लगाये जाती हैं।
माइक्रोवेब टॉवर अधिक ऊँचाई पर क्यों लगाए जाते हैं ?
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