ओजोन धरती का सुरक्षा कवच है, इस बात के प्रमाण के लिए निम्नलिखित तर्क प्रस्तुत हैं :
- ओजोन परत धरती के वायुमंडल की सबसे ऊपरी परत होती है, जो सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों (अल्ट्रावायलेट किरणों) को अवशोषित करने का कार्य करती है। यह पराबैंगनी किरणे (अल्ट्रावायलेट किरणें) मनुष्य के लिए बेहद घातक होती हैं और मनुष्य तथा धरती के अन्य प्राणियों में त्वचा कैंसर तथा अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का कारण बन सकती हैं।
- ओजोन परत ओजोन परत पृथ्वी के लिए एक छाते की तरह काम कार्य करती है। ओजोन परत सूर्य से पृथ्वी की ओर आने वाली पराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर लेती है और इसे पृथ्वी की सतह पर नहीं पहुंचने देती। यह हानिकारक पराबैंगनी किरणों से हमारी सुरक्षा करती है।
- ओजोन परत इसके अतिरिक्त पृथ्वी के तापमान को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाती है। ये सूर्य से आने वाली अत्याधिक गर्मी को परावर्तित करके पृथ्वी पर आने देती है, जिससे पृथ्वी पर अधिक गर्मी नहीं हो पाती और पृथ्वी का तापमान नियंत्रित रहता है।
- ओजोन परत कुछ अपरिहार्य कारणों और गैर-पर्यावरण गतिविधियों के कारण ओजोन परत में छिद्र हो गया है, जिस कारण सूर्य की किरणों का पृथ्वी की सतह पर आने के खतरे बढ़ गए हैं।
अतः इन सभी तर्कों के आधार पर हम कह सकते हैं कि ओजोन परत पृथ्वी के लिए सुरक्षा कवच का कार्य करती है।