आरक्षित वन और संरक्षित वन दोनों ही वन संरक्षण के महत्वपूर्ण रूप हैं, लेकिन इनमें कुछ मुख्य अंतर हैं। आइए इन दोनों के बीच के अंतरों को विस्तार से समझतें हैं…
मापदंड | आरक्षित वन | संरक्षित वन |
परिभाषा | ये वन विशेष रूप से संरक्षित वन क्षेत्र होते हैं और पूरी तरह सरकारी नियंत्रण में होते हैं। | ये वन सरकार द्वारा कम कठोर नियमों के तहत संरक्षित वन क्षेत्र होते हैं। इन वनों में स्थानीय समुदाय का दखल भी होता है। |
उद्देश्य | इन वनों का उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और पारिस्थितिकी तंत्र में संतुलन स्थापित करना है। | इन वनों का उद्देश्य वन संसाधनों का सतत उपयोग और स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति करना होता है। |
कानूनी स्थिति | ये वन भारतीय वन अधिनियम, 1927 की धारा 20 के अन्तर्गत आरक्षित किए जाते हैं। | ये वन भारतीय वन अधिनियम, 1927 की धारा 29 के अन्तर्गत संरिक्षत किए जाते हैं। |
मानवीय गतिविधियां | .इन वनों में सरकार द्वारा अत्यधिक सीमित (केवल अनुसंधान, अध्ययन, सीमित पर्यटन) जैसे मानवीय गतिविधियों की ही अनुमति होती है। | इन वनों में भी गतिविधियों पर भी सरकारी नियंत्रण होता है लेकिन स्थानीय समुदायों को अनेक गतिविधियों को छूट होती है। |
प्रबंधन | ये वन पूरी वन विभाग द्वारा नियंत्रित किए जातें है। इनके नियम-कानून बड़े कठोर होते हैं। | इन वनों के नियम कानून अपेक्षाकृत लचीले होते है, और इनमें स्थानीय भागीदारी को प्रोत्साहन दिया जाता है। |
वन्यजीव संरक्षण | इन वनों में प्राथमिक फोकस वन्यजीव संरक्षण होता है। इन वनों में दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीव पाए जाते हैं। | इन वनों में वन्यजीव संरक्षण महत्वपूर्ण होता है लेकिन प्राथमिक फोकस नहीं होता है। |
प्राकृतिक संसाधन | इन वनों में जो भी प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं उनकी पूरी तरह देखभाल की जाती है और उनकी सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाते हैं। | इन वनों में प्राकृतिक संसाधनों के ह्रास को रोकने के लिए उपाय किए जाते हैं और उन क्षेत्रों को संरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया जाता है। |
वनों का दर्जा | इन वनों को किसी भी तरह का राष्ट्रीय उद्यान या वन्य जीव अभ्यारण नहीं बनाया जा सकता है। | इन वनों को राष्ट्रीय उद्यान अथवा वन्य जीव अभ्यारण में बदला जा सकता है। |
वनों का प्रतिशत | भारत के आधे से अधिक वन आरक्षित वनों की श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। | भारत के कुल वनों का क्षेत्र संरक्षित वनों की श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। |