प्राकृतिक संसाधन क्या होते हैं, वह किस तरह से लाभादायक है, इनकी क्या विशेषताएं हैं, ये जानने से पहले प्राकृतिक संसाधन के बारे में जानते हैं।
प्राकृतिक संसाधन क्या हैं?
प्राकृतिक संसाधनों से तात्पर्य उन संसाधनों से होता है, जो प्रकृति में रहने वाले प्राणियों विशेषकर मनुष्य के लिए उपयोगी एवं लाभकारी होते हैं। प्रकृति में पाए जाने वाले वह संसाधन जो किसी ना किसी दृष्टि से प्रकृति के प्राणियों के लिए लाभकारी सिद्ध होते हैं, और किसी तरह का लाभ प्रदान करते हैं, जो मनुष्य द्वारा तथा अन्य प्राणियों द्वारा अपने हित के लिए उपयोग में लाए जाते हैं, वह संसाधन प्राकृतिक संसाधन कहे जाते हैं। प्राकृतिक संसाधन प्रकृति में निशुल्क पाए जाते हैं। यह प्रकृति की तरफ से पृथ्वी के सभी प्राणियों के लिए निःशुल्क वरदान के समान हैं। प्राकृतिक संसाधन प्रकृति में दो रूपों में पाए जाते हैं।
- नवीकृत प्राकृतिक संसाधन
- अनवीकृत प्राकृतिक संसाधन
नवीकृत प्राकृतिक संसाधन
नवीकरण प्राकृतिक संसाधन वह संसाधन होते हैं जो प्रकृति में अक्षुण्ण रूप में पाए जाते हैं अर्थात वह कभी भी समाप्त नहीं होते ऐसे संसाधन और असमाप्त प्राकृतिक संसाधन भी कहे जाते हैं। मनुष्य तथा अन्य प्राणियों द्वारा निरंतर इनका उपयोग किए जाने के बावजूद यह संसाधन पुनः नवीकृत होते रहते हैं और कभी भी समाप्त नहीं होते।
उदाहरण के लिए सूर्य के प्रकाश के रूप में सौर ऊर्जा, जल, वायु, मिट्टी आदि। ये संसाधन नवीकृत संसाधन है, ये संसाधन उपयोग किए के जाने के बाद भी लगातार नवीकृत होते है, रहते है और कभी भी समाप्त नही होते। जैसे जल उपयोग किए जाने के बाद भाप बनकर वायुमंडल में विलीन हो जाता है, और वर्षा के रूप नवीकृत होकर पुनः पृथ्वी पर आ जाता है।
अनवीकृत प्राकृतिक संसाधन
अनवीकरण प्राकृतिक संसाधन संसाधन होते हैं, जो प्रकृति में सीमित मात्रा में पाए जाते हैं और मनुष्य तथा प्रकृति के द्वारा इनका उपयोग करते रहना। ये संसाधन एक निश्चित समय-सीमा के बाद यह समाप्त हो जाते हैं या समाप्त होने वाले होते हैं।
उदाहरण के लिए जीवाश्म ईंधन, खनिज, प्राकृति गैस आदि। यह सभी संसाधन और नवीकरण प्राकृतिक संसाधन है जो प्रकृति में एक निश्चित मात्रा में उपलब्ध नहीं है। मनुष्यों द्वारा निरंतर उपयोग किए जाने के बाद एक समय ऐसा आता है कि यह समाप्त हो जाते है। अनवीकृत प्राकृतिक संसाधनों के बनने की प्रक्रिया लाखो वर्ष लंबी होती है। यह एक लंबी एवं सतत प्रक्रिया द्वारा बनते हैं। इसी कारण यह है एक बार समाप्त हो जाने के बाद पृथ्वी पर कई लाखों वर्षों बाद दोबारा उपलब्ध हो पाते हैं।
प्राकृतिक संसाधनों की विशेषताएं इस प्रकार हैं :
- प्राकृतिक संसाधन पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्राणियों के लिए प्रकृति की तरफ से निःशुल्क उपहार के समान है।
- प्राकृतिक संसाधन निःशुल्क होते हैं, लेकिन सारे संसाधन अपनी प्रारंभिक अवस्था में उपयोग योग्य नही होते। मनुष्य अपने श्रम एवं प्रयासों द्वारा इनका इनको उपयोगी पदार्थ के रूप में परिवर्तित कर लेता है।
- प्राकृतिक संसाधन हित कारक होते और उपयोगी होते हैं। यह किसी ना किसी दृष्टि से मनुष्य तथा अन्य प्राणियों के लिए कोई ना कोई लाभ अवश्य प्रदान करते हैं।
- प्राकृतिक संसाधन प्रकृति में निष्क्रिय अवस्था में पाए जाते हैं, लेकिन जब यह पृथ्वी के प्राणियों द्वारा उपयोग में लाए जाते हैं तो यह सक्रिय हो जाते हैं और उपयोगी बन जाते हैं।
- प्राकृतिक संसाधन पृथ्वी पर विविध रूपों में पाए जाते हैं। यह नवीकृत रूप में पाए जाते हैं, ये अनवीकृत रूप में पाए जाते हैं।
- प्राकृतिक संसाधन ठोस रूप में पाए जाते हैं, जैसे कि खनिज के रूप में लोहा, कोयला, तांबा आदि।
- प्राकृतिक संसाधन तरल रूप में पाए जाते हैं, जैसे कि जल अथवा जीवाश्म ईधन के रूप पेट्रोल, डीजल आदि।
- प्राकृतिक संसाधन गैस रूप में पाए जाते हैं जैसे कि वायु, प्राकृतिक गैस आदि।
Other questions
जल संरक्षण के उपयोग के बारे में लिखिए।
चीन और अमेरिका को संसार में प्रदूषण का सबसे बड़ा खिलाड़ी को क्यों कहा गया है?