सही विकल्प होगा..
विटामिन B
स्पष्टीकरण :
‘पेलाग्रा’ (Pellagra) नामक रोग विटामिन ‘B’ की कमी के कारण होता है। जब शरीर में विटामिन B3 की अत्यधिक कमी हो जाती है, तो ‘पेलाग्रा’ नामक रोग उत्पन्न होता है। इस रोग में डायमेंशिया, दस्त और डर्मेटाइटिस जैसी समस्याएं यानि त्वचा पर चकत्ते पड़ना, दाने आने जैसे उत्पन्न होने लगती हैं। यदि समय पर इसका उचित उपचार ना मिले तो यह रोग जानलेवा भी हो सकता है।
विटामिन B3 को ‘नियोसिन’ भी कहा जाता है। इसी की कमी के कारण ‘पेलाग्रा’ (Pellagra) नामक रोग होता है। इसके प्रमुख लक्षण होते हैं…
प्रकाश के प्रति अत्याधिक संवेदनशीलता, बालों का झड़ना डर्मेटाइटिस (त्वचा पर चकत्ते पड़ना, दाने आना), शरीर में सूजन होना जीभ में सूजन होना, नींद ना आना दिल का आकार बढ़ना आदि ।
पेलाग्रा (Pellagra) निम्नलिखित कारणों से होता है:
- निकोटिनामाइड (नियासिन या विटामिन बी3) की कमी : पेलाग्रा का मुख्य कारण शरीर में निकोटिनामाइड की गंभीर कमी होना है। यह विटामिन प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा के मेटाबॉलिज्म के लिए महत्वपूर्ण है।
- गैर-संतुलित आहार : निकोटिनामाइड की कमी मुख्य रूप से कम प्रोटीन और अनाज के अधिक सेवन से होती है। गरीबी और भुखमरी भी इसका एक कारण हो सकता है।
- तंबाकू और शराब का दुरुपयोग : धूम्रपान और शराब के अत्यधिक सेवन से शरीर में विटामिन बी3 की कमी हो सकती है।
लक्षण
- त्वचा संबंधी समस्याएं: त्वचा में लालिमा, छाले, झुर्रियां और सूरज की रोशनी से संवेदनशीलता।
- मुंह और जीभ में घाव: मुंह में छाले और घाव बनना।
- डायरिया: पेट दर्द और डायरिया का होना।
- मानसिक लक्षण: अवसाद, चिड़चिड़ापन और भ्रम का होना।
- गंभीर मामलों में मस्तिष्क संबंधी समस्याएँ और मृत्यु भी हो सकती है।
बचाव के उपाय
- आहार में सुधार : निकोटिनामाइड युक्त भोजन जैसे मांस, अंडे, दाल, दूध और फलियों का सेवन करना।
- विटामिन बी3 की गोलियां : चिकित्सक द्वारा निर्धारित निकोटिनामाइड की गोलियां लेना।
- आहार में सुधार : संतुलित आहार लेना जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन और खनिज लवण शामिल हों।
- अल्कोहल और तंबाकू का सेवन कम करना या छोड़ना।
समय रहते उचित उपचार करने पर पेलाग्रा पूरी तरह से ठीक हो सकता है। इसलिए संतुलित आहार लेना और विटामिन की कमी न होने देना महत्वपूर्ण है।