Sign in
Home
Questions
Common
GK
IQ
Puzzel
Subject
English
Economy
History
Geography
Science
Physics
Chemistry
Biology
EVS
Political Science
Psychology
Sociology
Technology
हिंदी
Sanskrit
हिंदी
निबंध
संवाद लेखन
पत्र लेखन
रचनात्मक लेखन
व्याकरण
दोहे-चौपाइयां
मुहावरे-लोकोक्तियां
श्लोक
Board Solutions
NCERT Solutions
more
About Us
Contact Us
Disclaimer
Privacy Policy
Terms & Conditions
All Posts
Sign in
Welcome!
Log into your account
your username
your password
Forgot your password?
Password recovery
Recover your password
your email
Search
Sign in
Welcome! Log into your account
your username
your password
Forgot your password? Get help
Password recovery
Recover your password
your email
A password will be e-mailed to you.
Sign in / Join
Home
Questions
Common
GK
IQ
Puzzel
Subject
English
Economy
History
Geography
Science
Physics
Chemistry
Biology
EVS
Political Science
Psychology
Sociology
Technology
हिंदी
Sanskrit
हिंदी
निबंध
संवाद लेखन
पत्र लेखन
रचनात्मक लेखन
व्याकरण
दोहे-चौपाइयां
मुहावरे-लोकोक्तियां
श्लोक
Board Solutions
NCERT Solutions
more
About Us
Contact Us
Disclaimer
Privacy Policy
Terms & Conditions
All Posts
More
Search
Home
Tags
मैथिलीशरण गुप्त
Tag: मैथिलीशरण गुप्त
हिंदी
निम्न में से मैथिलीशरण गुप्त की रचना नहीं है (i) ‘सिद्धराज’ iii) ‘अनघ’ (ii) ‘इत्यलम्’ (iv) ‘प्रदक्षिणा’।
MONIKA
-
August 10, 2024
0
हिंदी
‘आह्वान’ कविता से ली गई पंक्ति “बैठे हुए हो व्यर्थ क्यों? आगे बढ़ो, ऊँचे चढ़ो” का क्या भाव है?
MONIKA
-
August 6, 2024
0
हिंदी
‘आहवान’ कविता के अनुसार (A) मूर्ति के बिना साँचा नहीं बन सकता (B) साँचे के बिना मूर्ति नहीं बन सकती (C) साँचे के बिना लोग संघर्षशील नहीं हो सकते (D) साँचे के बिना सफलता नहीं मिल सकती
SHISHIR
-
August 6, 2024
0
हिंदी
कवि ने सब को एक होकर चलने को क्यों कहा है ?
MONIKA
-
July 26, 2024
0
हिंदी
जीवों के प्रति राहुल कैसा भाव प्रकट करता है? (माँ कह एक कहानी- मैथिलीशरण गुप्त)
MONIKA
-
July 19, 2024
0
NCERT Solutions
मनुष्यता : मैथिलीशरण गुप्त (कक्षा-10 पाठ-3 हिंदी स्पर्श भाग 2) (हल प्रश्नोत्तर)
SHISHIR
-
June 20, 2024
0
हिंदी
कवि क्या करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है?
SHISHIR
-
June 13, 2024
0
हिंदी
पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए “वर्ण-वर्ण के फूल खिले थे, झलमलकर हिम बिन्दु झिले थे, हलके झोंके हिले मिले थे, लहराता था पानी।” “लहराता था पानी। ‘हाँ, हाँ यही कहानी।”
SHISHIR
-
May 20, 2024
0
हिंदी
पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए “लक्ष्य सिद्धि का मानी कोमल कठिन कहानी।”
MONIKA
-
May 20, 2024
0
हिंदी
पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए “गाते थे खग कल-कल स्वर से, सहसा एक हंस ऊपर से, गिरा बिद्ध होकर खर-शर से, हुई पक्ष की हानी।” “हुई पक्ष की हानी। करुणा भरी कहानी।”
SHISHIR
-
May 20, 2024
0
हिंदी
एक उदार मनुष्य की क्या-क्या उपलब्धियाँ होती हैं? ‘मनुष्यता’ कविता के आधार पर स्पष्ट करे।
SHISHIR
-
May 15, 2024
0
हिंदी
‘हे शरणदायिनी देवी ! तू करती सबका त्राण है’ -यहाँ ‘शरणदायिनी देवी’ कौन है?
MONIKA
-
May 1, 2024
0
हिंदी
‘सर्वत्र एक अपूर्व युग का हो रहा संचार है’ से क्या तात्पर्य है?
SHISHIR
-
April 30, 2024
0