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Tags
भक्ति
Tag: भक्ति
दोहे-चौपाइयां
ऐसी मूढ़ता या मन की। परिहरि राम-भगति-सुरसरिता, आस करत ओसकन की॥ धूम-समूह निरखि चातक ज्यों, तृषित जानि मति घन की। नहिं तँह सीतलता न बारि, पुनि हानि होति लोचन की॥ ज्यों गच-काँच बिलोकि सेन जड़ छाँह आपने तन की। टूटत अति आतुर अहार बस, छति बिसारि आनन की॥ कहँ लौं कहौं कुचाल कृपानिधि! जानत हौ गति जन की। तुलसिदास प्रभु हरहु दुसह दु:ख, करहु लाज निज पन की॥ प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए।
SHISHIR
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June 18, 2024
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हिंदी
कबीर निराकार ईश्वर के उपासक थे। निराकार ईश्वर की उपासना से क्या तात्पर्य है?
MONIKA
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May 15, 2024
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हिंदी
चरन चोंच लोचन रंग्यो, चलै मराली चाल। क्षीर-नीर बिबरन समय, बक उघरत तेहि काल।। भावार्थ बताएं।
SHISHIR
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May 5, 2024
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हिंदी
लैकै सुघरु खुरुपिया, पिय के साथ। छइबैं एक छतरिया, बरखत पाथ ।। रहीम के इस दोहे का भावार्थ लिखिए।
SHISHIR
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May 4, 2024
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हिंदी
‘अवधू गगन-मण्डल घर कीजै’ इस पंंक्ति में ‘अवधू’ का आशय बताइए। इस पंक्ति का भावार्थ भी स्पष्ट कीजिए।
SHISHIR
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May 2, 2024
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हिंदी
‘तुम चंदन हम पानी’ में कवि क्या कहना चाहता है? (क) ईश्वर की भक्ति सबके लिए है। (ख) ईश्वर सदा हम में निवास करते हैं। (ग) मेरी आत्मा पूर्ण आप में लीन है। (घ) ईश्वर श्रेष्ठ व सर्वगुण संपन्न है।
MONIKA
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April 30, 2024
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हिंदी
मीराबाई के पदों की विशेषताएँ बताइए।
MONIKA
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April 27, 2024
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हिंदी
कठोर वचन त्यागने के लिए तुलसीदास जी क्यों कह रहे हैं?
MONIKA
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April 26, 2024
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हिंदी
नाम कीर्तन के आगे कवि किन कर्मों की व्यर्थता सिद्ध करते हैं?
MONIKA
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April 19, 2024
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हिंदी
‘मीरा के पद’ में उनके व्यक्तित्व की किन्ही दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए ।
MONIKA
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March 28, 2024
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हिंदी
सूरदास ने किन जीवन मूल्यों को प्रतिष्ठा प्रदान की है?
SHISHIR
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March 27, 2024
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